मन्दिर जी हम सभी की आस्था का विषय है। हमारे पूर्वजों के प्रयासों से आज मन्दिर जी हमारे भावों का रथ बनकर पीढ़ी दर पीढ़ी जीवन में उन्नति के दर्शन करा रहा है। मन्दिर जी की व्यवस्था में सहयोग हमारी उपस्थिती का प्रतीक भी है। हम दूर होकर भी सदा अपने भाव से मन्दिर जी में उपस्थित हैं - यह सौभाग्य प्रदान करने वाली इस योजना से भाव सहित जुड़ें।